फोटोग्राफी टुटोरिअलअपर्चर Aperture (अपर्चर) फोटोग्राफी में Aperture (अपर्चर को समजना बहुत ही जरुरी है जो की बहुत ही आसान पर कन्फ्यूज्ड करने वाला पार्ट है दरअसल अपर्चर कैमरे के लेंस में जो होल होता है जो की कैमरे में लाइट को एंटर करता है।
फोटोग्राफी अपर्चर क्या है
नमस्कार मित्रो, फोटोग्राफी टुटोरिअल सीरीज में
आपका स्वागत है
पिछली पोस्ट में हमने फोटोग्राफी क्या होती है और
dslr कैमरे में क्या खास बात होती है जो इसे अन्य दुसरे कैमरों और मोबाइल के कैमरों से अलग बनाता है ये जाना था
अगर आपने फोटोग्राफी
tutorials in hindi अब तक नहीं पढ़ा तो
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लेख पढ़े
चलिए तो शुरू
करते है आज हम फोटोग्राफी के चार
स्तम्भ में से एक Aperture (अपर्चर) पर बात करेगे
फोटोग्राफी अपर्चर क्या है
फोटोग्राफी को ठीक से
समजने के लिए हमे सबसे पहले कैमरा कैसे काम
करता है ये समजना होगा तभी हम एक
बेहतरिन फोटो ले सकते है किसी भी तरह की फोटोग्राफी के लिए जो सबसे ज़रूरी होता
है वो है लाइट लाइट का एक ख़ास हिस्सा सेंसर पर पड़ने से फोटो बनता है ।
लाइट की एक फिक्स लिमिट होती है जो की किसी भी
फोटो को एक परफेक्ट पिक्चर बनाती है लाइट का
ये ख़ास अमाउंट 100 यूनिट होता है
ना ही इससे ज्यादा और ना ही इससे कम
सेंसर
पर लाइट की कमी से फोटो ‘अंडर एक्स्पोज़्ड’ हो जाएगा।
ठीक इसी तरह, लाइट का
ज़्यादा होना भी फोटो को ‘ओवर एक्स्पोज़्ड’ कर ख़राब कर सकता है
फोटोग्राफी में अपर्चर की इम्पॉर्टेन्स
फोटोग्राफी अपर्चर क्या है |
अपर्चर क्या है
अपर्चर Aperture (अपर्चर) फोटोग्राफी में Aperture (अपर्चर को समजना बहुत ही जरुरी है जो की बहुत ही आसान पर
कन्फ्यूज्ड करने वाला पार्ट है दरअसल अपर्चर
कैमरे के लेंस में जो होल होता
है जो की कैमरे में लाइट को एंटर करता है। यही Aperture (अपर्चर) होता
है
जो की तय करता है किसी भी image
में लाइट कितना रखना है
अब हम जानते है कैसे अपर्चर
की सही रीडिंग लेते हुए फोटो click करना
है Aperture (अपर्चर) को नापने के लिए f-numbers
या f-stops से होता है। जिसका की सीधा मतलब f-number से कैमरा के लेंस का फोकल लेंथ और अपर्चर के diameter का अनुपात होता है।
यहाँ जो कन्फ्यूज्ड करने वाली
जो बात है वो ये की कि एपर्चर का जो नम्बर (1.4 या 1.8) कम होगा तो अपर्चर ज़्यादा होगा मतलब लेंस
ज्यादा खुलेगा । और जब, एपर्चर का नम्बर (16 या 22) ज़्यादा होगा तो एपर्चर कमओ मतलब की लेंस कम
खुलेगा होगा।
इसमें नए फोटोग्राफ़र को बस ये एक बात का ध्यान रखना है कि Aperture (अपर्चर) का नम्बर कम होगा यानी लाइट ज़्यादा एंटर करेगी। और अगर Aperture (अपर्चर) का नम्बर ज़्यादा होगा, तो लेंस का hole कम खुलेगा जिससे की लाइट कम एंटर करेगी। इसको याद रखने के लिए ये याद
रखे
छोटो अपर्चर नंबर(3.5) = ज्यादा लाइट
डेप्थ ऑफ़ फील्ड (depth of field)
सब्जेक्ट के आगे और पीछे की वो जगह है जो फोकस में होती है। उसे ही डेप्थ ऑफ़ फील्ड (depth of field) कहते है
फोटो को blur कैसे करते है
जब कभी हमे ऐसी पिक्चर click करनी है जिसमे केवल
फोकस केवल हमारे ऑब्जेक्ट पर हो और बाकि सब blur हो जाए तब हमे हमारा अपर्चर
नंबर कम रखना होता है जिससे हमारे
ऑब्जेक्ट का बैकग्राउंड blur होता है
उम्मीद करते है दोस्तों आप समझ गए होंगे अपर्चर क्या है और फोटोग्राफी में अपर्चर की इम्पॉर्टेन्स क्या है धन्यवाद !!
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